Sunday 21 January 2018

सीलिंग से बाजारों में आतंक

सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मॉनिटरिंग कमेटी के निर्देश पर हो रही दिल्ली में सीलिंग से दिल्ली वालों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं नजर आ रही है। सीलिंग के खिलाफ कारोबारियों में नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। मॉनिटEिरग कमेटी के सदस्यों ने साफ कर दिया है कि अभी तक सीलिंग सिर्फ कन्वर्जन चार्ज को लेकर हो रही थी, आने वाले दिनों में अवैध निर्माण को लेकर भी सीलिंग का अभियान चलाया जाएगा। राजधानी दिल्ली में अब अफरातफरी का दौर आने वाला है। पिछले कुछ दिनों से राजधानी में सीलिंग की कार्रवाई चल रही है। बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है। असल में केंद्र सरकार के एक आदेश के बाद सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी ने अपने एक्शन को रोक दिया था। लेकिन अब वह इस आदेश से मुक्त हो गई है, इसलिए उसने एक्शन की ठान ली है। अफसरों को आदेश दिए गए हैं कि अवैध निर्माण पर एक्शन लें, साथ ही कन्वर्जन चार्ज न देने वालों की दुकान को भी सील करना शुरू कर दें। सीलिंग का मामला दिल्ली में भाजपा नेताओं के गले से नहीं उतर रहा है। नए-नए पार्षदों को जनता का सामना करना भारी पड़ रहा है। ऐसे में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी के खिलाफ दिल्ली भाजपा नेताओं का रोष बढ़ रहा है। चर्चा है कि चूंकि हरदीप पुरी एक ब्यूरोक्रेट हैं, इसलिए अभी तक दिल्ली की जनता को सीलिंग से निजात नहीं मिल पा रही है। इनका मानना है कि पुरी के स्थान पर कोई पॉलिटिकल व्यक्ति होता तो अब तक जरूर सीलिंग से दिल्ली को राहत मिल चुकी होती। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल ने कहा कि दुकानदारों एवं व्यापारियों को सीलिंग से राहत दिलाने के लिए भाजपा व आम आदमी पार्टी गंभीर नहीं है। इन पार्टियों के नेता इस मुद्दे पर न केवल नूराकुश्ती कर रहे हैं बल्कि गलतबयानी कर लोगों को गुमराह करने में लगे हैं। कांग्रेस सीलिंग से दिल्लीवासियों को स्थायी राहत दिलाने के पक्ष में है, इसी कारण कांग्रेस निगम की आम सभा में इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा कर ठोस निर्णय या नीति बनाना चाहती थी लेकिन बैठक शुरू होते ही आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने इस मुद्दे पर शोर-शराबा करना शुरू कर दिया। उधर आप के प्रवक्ता दिलीप पांडे ने आरोप लगाया है कि भाजपा शासित निगम ने कन्वर्जन शुल्क के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला किया है। निगम ने व्यापारियों को लूटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सालों से भाजपा शासित एमसीडी ने व्यापारियों से कन्वर्जन चार्ज समेत रजिस्ट्रेशन फीस और पार्किंग चार्ज के नाम पर हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा की रकम इकट्ठा की थी, लेकिन वो रकम कहां गई यह भाजपा के नेता बता नहीं पा रहे हैं। भाजपा ने दिल्ली एमसीडी को अपने भ्रष्टाचार का अड्डा बना रखा है। प्रदेश भाजपा ने दिलीप पांडे के आरोपों को नकारते हुए कहा है कि वसूला गया कन्वर्जन चार्ज एवं पार्किंग शुल्क बाजारों में सुविधाओं पर ही खर्च किया गया है। यह राशि कहां-कहां खर्च की गई है, इसका भी भाजपा प्रवक्ता अशोक गोयल एवं प्रवीश शंकर कपूर ने पूरा ब्यौरा दिया है। सीलिंग को लेकर दिल्ली में हालात बिगड़ने की संभावना बन रही है। व्यापारी अब बाजार बंद करने लगे हैं। सीलिंग नहीं रुकी और सरकार ने सीलिंग से बचाव के लिए सही कदम नहीं उठाए तो अगले सप्ताह पूरी दिल्ली को बंद रखने पर विचार किया जा रहा है। कारोबारियों का कहना है कि सीलिंग की वजह से आतंक का माहौल है। स्थानीय ग्राहक ही नहीं, बाहर के व्यापारियों का भी आना बंद हो गया है। इस वजह से पूरे उत्तर भारत में असर पड़ रहा है। पूरी दिल्ली सीलिंग की गिरफ्त में आने की वजह से करोड़ों रुपए का नुकसान रोजाना हो रहा है। इस सीलिंग के अभियान के चलते राजधानी में कानून व्यवस्था की बड़ी समस्या भी खड़ी हो सकती है।

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