Tuesday 21 November 2017

चीन में बढ़ता भ्रष्टाचार

कौन कहता है कि चीन में भ्रष्टाचार नहीं है? पिछले कुछ दिनों से चीन में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाजें उठनी शुरू हो गई हैं। इस अभियान से जुड़े सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य यांग शिआओडू का कहना है कि यदि इस पर लगाम नहीं लगाई गई तो चीन का अंजाम भी सोवियत संघ जैसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में विफलता मिलती है, तो वह देश के लिए घातक होगा। चीन के सरकारी अखबार पीपुल्स डेली में लिखे संपादकीय लेख में उन्होंने यह बात कही है। महाशक्ति माना जाने वाला सोवियत संघ 1991 में 15 देशों में विभाजित हो गया था। शिआओडू को सेंट्रल कमीशन फॉर डिसिप्लिन एब्शन के डिप्टी सेक्रेटरी से पदोन्नत करके पोलित ब्यूरो का सदस्य बनाया गया है। उनको भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में शामिल देश का दूसरे नम्बर का शीर्ष अधिकारी माना जाता है। पोलित ब्यूरो के सदस्यों का देश की सत्ता पर पूरा नियंत्रण होता है। शिआओडू ने अपने लेख में पिछली सरकार की कड़ी आलोचना भी की है। उन्होंने कहा कि पिछले शासनकाल में भ्रष्टाचार इस हद तक बढ़ गया था कि पार्टी का नेतृत्व कमजोर पड़ गया। सरकार ने भ्रष्टाचार को बढ़ने दिया। कार्रवाई करने में किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। शिआओडू से पहले एंटी करप्शन प्रमुख झाओ लेजी ने चीनी अखबार पीपुल्स डेली के संपादकीय में भ्रष्टाचार को लेकर भी इसी तरह का लेख लिखा था। लेजी को वांग किशान की जगह एंटी-करप्शन का नया प्रमुख बनाया गया है। लेख में शिआओडू ने कहा कि अगर चीन में भ्रष्टाचार को खत्म नहीं किया गया तो देश का स्वरूप ही बदल जाएगा और यह बर्बाद हो जाएगा। अगर समय रहते इस पर लगाम नहीं लगाई गई तो भविष्य में देश के लोगों का सोवियत संघ की तरह हश्र होगा। शिआओडू ने कहा कि राष्ट्रपति शी चिनपिंग भी अपने पूर्ववर्तियों की तरह मानते हैं कि अगर सत्ता पर पकड़ ढीली हुई तो देश में उथल-पुथल मच सकती है। इससे देश बिखर भी सकता है। इसी वजह से सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी हमेशा अपने कैडर से सोवियत संघ के विघटन का अध्ययन करने को कहती है। उन्होंने संकेत दिया कि शी चिनपिंग के दाहिने हाथ माने जाने वाले वांग किशान के जाने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कमजोर नहीं होगी। पिछले महीने पार्टी में हुए बदलाव से पहले वांग को चीन का दूसरा सबसे शक्तिशाली नेता माना जाता था। उनको पिछले महीने ही एंटी-करप्शन के प्रमुख पद से हटाया गया था। शिआओडू ने कहा कि राष्ट्रपति शी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में काफी सफलता पाई है।

-अनिल नरेन्द्र

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