Saturday 7 October 2017

उड़ी जैसा हमला ः निशाने पर श्रीनगर हवाई अड्डा था

श्रीनगर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के शिविर पर मंगलवार तड़के हुए आतंकी हमले को बेशक हमारे जवानों की चुस्ती से बड़ा नुकसान तो टल गया पर इस हमले से कई सवाल उठते हैं। यह हमला उड़ी स्टाइल हमले जैसा था। पिछले साल 18 सितम्बर को तड़के पांच बजे सीमा पार से आए चार आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में सेना के मुख्यालय पर आत्मघाती हमला किया था। इसमें 18 जवान शहीद हुए थे। पिछले 20 साल में भारतीय सेना पर यह सबसे बड़ा हमला था। खबर है कि श्रीनगर में बीएसएफ के कैंप पर हमला करने वाले जैश--मोहम्मद के फिदायीन हमलावर अगस्त के आखिरी हफ्ते में जम्मू में घुसने में कामयाब हो गए थे। कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों की सख्ती से बौखलाई पाक सेना ने इन आतंकियों को उड़ी की तर्ज पर हमले के लिए खास तौर पर भेजा था। 10 से 12 की संख्या में घुसे आतंकी करीब सवा महीने तक जम्मू-कश्मीर में मौजूद सुरक्षा तंत्र को चकमा देते रहे। सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री ने सवाल खड़े किए कि खुफिया जानकारी के बावजूद आतंकी श्रीनगर में ऐसा हमला करने में कामयाब कैसे हो गए? मंगलवार तड़के हुए इस आतंकी हमले ने सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण श्रीनगर हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है। यह हमला अप्रत्याशित नहीं था, क्योंकि सुरक्षा एजेंसियों को कुछ महीनों से एयरपोर्ट और उससे सटे सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर आतंकियों द्वारा हमला करने की साजिश की सूचना मिल रही थी। श्रीनगर एयरपोर्ट पर जनवरी 2001 में लश्कर--तैयबा के आत्मघाती दस्ते ने हमला किया था। सुरक्षा एजेंसियों ने आंतरिक आंकलन में आशंका जताई है कि आतंकी खौफनाक इरादे से घुसे थे। वे सुरक्षा बलों को बड़ा नुकसान पहुंचाना चाहते थे। आतंकी अगर शिविर की दूसरी बाउंड्री पार कर लेते तो एयरपोर्ट के नजदीक भी पहुंच सकते थे। 182 बटालियन श्रीनगर एयरपोर्ट के रनवे की सुरक्षा देखती है। इसे गो-गो लैंड के नाम से जाना जाता है। पहाड़ी क्षेत्र में स्थित यह कैंप पुराने एयरफील्ड के नजदीक है। इस एयरफील्ड को वायुसेना चलाती है। इस इलाके में बीएसएफ और सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर भी हैं। आतंकी सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए एयरपोर्ट के रेजिडेंशियल एरिया में घुस गए। यहां बड़े अधिकारी रहते हैं। यह कैंप हमेशा से पाकिस्तानियों के निशाने पर रहा है। इस बात की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए कि अतिसंवेदनशील और कई स्तर के सुरक्षा कवच से घिरे हवाई अड्डे के इलाके में पहुंचकर बीएसएफ कैंप पर हमला करने में आतंकी कैसे कामयाब हो गए?

No comments:

Post a Comment